ये आज की नारी है बंधु , सब कुछ ये कर जाएगी। उड़ने को दो पंख अगर, छूकर आसमाँ आयेगी, गर्तो में दो चाहे डुबा , चुनकर मोती लाएगी, ये आज की नारी है बंधु ,सब कुछ ये कर जाएगी।…
ये आज की नारी है बंधु , सब कुछ ये कर जाएगी। उड़ने को दो पंख अगर, छूकर आसमाँ आयेगी, गर्तो में दो चाहे डुबा , चुनकर मोती लाएगी, ये आज की नारी है बंधु ,सब कुछ ये कर जाएगी।…